उत्तराखंड में कोरोना से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी, 23 नए आइसोलेशन वार्ड बने

0
490
उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के पॉजिटिव मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए सरकार ने कोविड-19 से बचाव एवं नियंत्रण के लिए आवश्यक संसाधनों को निरन्तर बढ़ाया गया है। राज्य स्तर पर कोविड-19 संक्रमण पर निगरानी के लिए संचालित हो रहे वार रूम से मिली जानकारी के आधार पर अपर सचिव (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं मिशन निदेशक एनएचएम) युगल किशोर पंत ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड की संख्या से लेकर मॉस्क आदि सभी संसाधनों को बढ़ाया गया है।
पंत ने बताया कि राज्य में संदिग्ध कोविड-19 संक्रमित के लिए 23 नये आइसोलेशन वार्ड आज बनाये गये हैं। इसके साथ ही अब कुल 1681 आइसोलेशन बेड तैयार कर दिये गये हैं, जबकि 823 आइसोलेशन बेड विभिन्न अस्पतालों में पहले से ही तैयार किये गये हैं। पॉजिटिव मामलों के बढ़ने के कारण 45 नई क्वारंटाइन फैसिलिटी तैयार की गयी हैं, जिनमें 1359 बेडों की व्यवस्था की गयी है। इस प्रकार 457 क्वारंटाइन फैसिलिटी में 15089 क्वारंटाइन बेड उपलब्ध कराये गये हैं।
अपर सचिव पन्त ने पीपीई किट तथा मॉस्क के बारे में अतिरिक्त उपलब्धता की जानकारी दी। जिसके अनुसार 2168 अतिरिक्त पीपीई किट खरीद लिये गये हैं। अब उत्तराखण्ड के पास 8548 पीपीई किट उपलब्ध हैं। चिकित्सकों के लिए 2001 एन-95 मॉस्क क्रय कर लिये गये हैं, जिसके उपरान्त 29999 एन-95 मॉस्क विभिन्न जिलों में उपलब्ध हैं। थ्री- लेयर मॉस्क की संख्या में भी वृद्धि की गयी है, जिसके अन्तर्गत 54461 मॉस्क क्रय कर लिये गये हैं और अब कोविड-19 संक्रमण से नियंत्रण के लिए 6 लाख 23 हजार 338 ट्रिपल लेयर मॉस्क उपलब्ध करा दिये गये हैं।
कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं नियत्रण के दौरान चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स आदि अतिरिक्त मानव संसाधन को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अध्ययनरत् मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन कक्षाओं को आज से आरम्भ कर दिया है ताकि उनकी पढ़ाई समय पर पूर्ण हो सके और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें कोविड-19 संक्रमण से नियंत्रण के लिए उपयोग में लिया जा सके। चिकित्सा शिक्षा निदेशक युगल किशोर पंत ने बताया कि यही सुविधा नर्सिंग प्रशिक्षण के छात्र-छात्राओं के लिए भी आरम्भ की जा रही है।
कोविड-19 संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के दौरान घर-घर जाकर जागरुकता एवं कान्टैक्ट ट्रैसिंग के कार्य में लगी आशा कार्यकत्रियों की सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए मिशन निदेशक एनएचएम युगल किशोर पंत ने बताया कि आशाओं को परिचय पत्र दिये गये हैं। सभी सीएमओ को निर्देश दिये गये हैं कि वह आशाओं को मॉस्क उपलब्ध करायें तथा ग्राम स्वच्छता समिति के सदस्यों के साथ ही उन्हें कान्टैक्ट ट्रैसिंग के लिए भेजें ताकि आशाओं को किसी भी प्रकार की असुरक्षात्मक स्थिति का सामना न करना पड़े।
राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में आज की स्थिति की जानकारी मीडिया को देते हुए अपर सचिव (स्वास्थ्य) युगल किशोर पंत ने बताया कि 45 हजार 415 लोगों को घर पर फैसिलिटी एवं क्वारंटाइन कर दिया गया है, जबकि आज 110 सैंपल जांच के लिए भेजे गये और सभी की रिपोर्ट निगेटिव है। इस तरह राज्य में अब तक कुल 31 मरीजों में कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि हुई है, जिनमें से पांच लोग डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।