पिथौरागढ़ के आपदा प्रभावित टांगा गांव में दो और शव मलबे से निकाले गए

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धारचूला,तहसील बंगापानी के आपदा प्रभावित क्षेत्र टांगा में लापता व्यक्तियों को खोजने के लिए सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। गुरुवार को रेस्क्यू टीम के जवानों ने मलबे से दो और महिलाओं के शव निकाले। अब तक नौ लोगों के शव निकाले जा चुके हैं और अभी दो लोग लापता बताये जा रहे हैं। राज्य के शिक्षा मंत्री ने गुरुवार को रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और प्रभावितों से मिलकर उनकी मदद करने का भरोसा दिलाया।
– राज्य के शिक्षा मंत्री ने रेस्क्यू अभियान का लिया जायजा
– अब तक 9 लोगों के शव निकाले गये, 2 अभी भी लापता
– अतिवृष्टि से प्रभावित 26 गांवों की विद्युत व्यवस्था बहाल
– मुनस्यारी में 12 एवं बंगापानी में 17 पेयजल लाइनें भी हुईं बहाल
गुरुवार को प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री व जनपद पिथौरागढ़ के प्रभारी मंत्री अरविंद पाण्डेय आपदा प्रभावित टांगा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने आपदा में लापता लोगों की खोज के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू कार्य का जायजा लिया तथा आपदा प्रभावितों से मिले। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार इस दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है, उनकी हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने आपदा की घटना में दिवंगत व्यक्तियों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने अवगत कराया कि लापता व्यक्तियों को खोजने का कार्य जारी रखा जाएगा।
मंत्री पाण्डेय ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि क्षेत्र में आपदा से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति तक राहत पहुंचाई जाए। आपदा से खतरे की जद में जो भी गांव आए हैं, वहां रह रहे परिवारों को अन्यत्र सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट करते हुए इन गांवों का भूगर्भीय सर्वेक्षण करने की कार्यवाही कराई जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आपदा से जो भी सेवाएं आदि बन्द या प्रभावित हुई हैं, उनकी बहाली का कार्य भी यथाशीघ्र किया जाए। इस दौरान उन्होंने गांव में बैठक कर प्रभावितों की समस्याएं सुनने के साथ ही अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
गुरुवार को चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ के 29, आईटीबीपी के 19, एसडीआरएफ के 24, पुलिस व राजस्व, पेयजल, खाद्य आपूर्ति, होमगार्ड, पीआरडी, पुलिस संचार विभाग के 32 कार्मिकों समेत लगभग कुल 104 जवानों व कार्मिकों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। आज देहरादून से दो डॉग स्क्वायड के साथ एसडीआरएफ के चार सदस्यीय दल भी रेस्क्यू स्थल पर मौजदू रहे। क्षेत्र में दो मेडिकल टीमों को भी तैनात किया गया है। ग्राम टांगा में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में बुधवार तक मलबे से कुल सात व्यक्तियों के शव निकाले गए, इनमें माधव सिंह, गणेश सिंह, हीरा देवी, रोशन कुमार, तुलसी देवी, दिव्यांशु और लतिका शामिल हैं। गुरुवार को दो महिलाओं के शव मलबे में से निकाले गए, जिनकी शिनाख्त पद्मा देवी (45) पत्नी खुशाल सिंह और और कुसुमा देवी (70) पत्नी भीम सिंह के रूप में की गई। इस तरह अब तक ग्राम टांगा से कुल नौ लापता व्यक्तियों के शव मलबे से निकाल लिये गए हैं। शेष तीन अभी भी लापता हैं।
उल्लेखनीय है पिथौरागढ़ के गैला और टांगा गांवों में रविवार की आधी रात को बादल फटने की घटना हुई थी। अचानक भारी मात्रा में पानी के साथ मलबा आने से कई मकान जमींदोज हो गए थे। आपदा प्रभावित गैला गांव में तीन लोगों के शव सोमवार को मलबे से निकाले गए। टांगा गांव में मंगलवार को रेस्क्यू टीम बड़ी मुश्किल से पहुंच पाई, क्योंकि वहां पहुंचने का रास्ता ही नहीं बचा था। रेस्क्यू टीम ने मंगलवार को वहां से चार शव और बुधवार को तीन शव मलबे से निकाले थे। आज दो और महिलाओं के शव मलबे से निकाले गए। इस तरह इस गांव में उस रात आपदा में जो 11 लोग लापता हुए थे, उनमें से अभी तक कुल आठ शव मलबे से निकाले जा चुके हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने आज शाम जानकारी दी कि तहसील बंगापानी में अतिवृष्टि से प्रभावित 26 गांवों में विद्युत व्यवस्था सुचारु कर दी गई है। शेष पांच गांवों में विद्युत विभाग, धारचूला द्वारा विद्युत बहाली के लिए कार्य प्रगति पर है। तहसील मुनस्यारी में 22 और बंगापानी में पेयजल आपूर्ति की 33 लाइनें क्षतिग्रस्त हुई थीं, जिसमें से मुनस्यारी में 12 एवं बंगापानी में 17 पेयजल लाइनें दुरुस्त कर दी गई हैं। शेष लाइनों के लिए जल संस्थान द्वारा बहाली के प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल जिले में 23 मोटर मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं।