देहरादून। मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत गढ़ी कैन्ट के वीरपुर में बीते 16 दिसम्बर को क्षतिग्रस्त वैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। रविवार को मसूरी विधायक गणेश जोशी ने सर्वप्रथम अपना वाहन पुल से पार करवा कर इस पुल का उद्घाटन किया तथा पुल निमार्ण तकनीकी की गुणवत्ता की भी पुष्टी की।
राजधानी देहरादून को 50 गांवों से जोड़ने वाले इस इकलौते पुल को इलाके की लाईफ लाईन माना जाता है। विगत 16 दिसम्बर के दिन 117 वर्ष पुराना यह पुल धराशायी हो गया था। जिसकी वजह से क्षेत्र की एक बड़ी आबादी का राजधानी से सड़क सम्पर्क कट गया था। क्षेत्र वासियों की इस समस्या पर त्वरितता से सामाधान करते हुए तत्काल वैली ब्रिज निमार्ण स्वीकृत करवाया गया।
विधायक गणेश जोशी ने बताया कि जिस तेजी से पुल का निर्माण किया गया है। उसके लिए उन्होंने सेना अभियांत्रिकी तथा अन्य अधिकारियों और मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। हांलांकि इस पुल को 22 जनवरी को तैयार हो जाना था। परंतु बारिश के कारण तथा पेड़ काटने की अनुमति मिलने में हुई देरी के कारण पांच दिन के विलम्ब के साथ इसका लोकार्पण किया गया। जोशी ने उन्होंने बताया कि अधिकारियों द्वारा उन्हें भरोसा दिलाया की इसके साथ ही स्थायी पुल का निर्माण भी निर्धारित समय यानि आठ माह में कर लिया जाएगा।
इस अवसर पर संध्या थापा, गोरखा प्रकोष्ट के प्रदेश संयोजक टीडी थापा, केन्ट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष्य विष्णु गुप्ता, मेम्बर मेघा भट्ट, मधू खत्री, केन्ट बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमति सौंधी, ग्राम प्रधान नैन सिंह तथा नीतू बिष्ट इत्यादि उपस्थित रहे।