(देहरादून)। आदर्श और संस्कार। गुरु ही हमें इनका ज्ञान देते हैं। लेकिन अगर गुरु ही आदर्श और मार्यदाओं की सीमाओं को लांघ दे तो आप क्या कहेंगे। जी हां, एक ऐसा ही मामला सामने आया है देहरादून के सहसपुर ब्लाक के आदर्श विद्यालय राजकीय जूनियर हाईस्कूल तेलपरा का। जहां प्रधानाचार्य और शिक्षिका के बीच जमकर गाली गलौच और जूतपैजार हुई। पूरा मामला मारपीट की वीडियो लीक होने के बाद सामने आया।
प्रदेश सरकार लगातार सरकारी स्कूलों की स्थति में सुधार और शिक्षा का बेहतर माहौल बनाने के लिए प्रयासरत है। इसी के चलते स्कूलों को बेहतर दिशा देने के मकसद से मॉडल स्कूल यानि आदर्श विद्यालयों को भी स्थापित किया गया ताकि बच्चों को उच्च श्रेणी की सुविधाओं के साथ ही गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान की जा सके। इन स्कूलों में बेहतरीन प्रदर्शन करते वाले शिक्षकों को तैनात किया गया। लेकिन सरकार की सभी व्यवस्थाओं को खुद इन स्कूलों के शिक्षक ही पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। ताजा मामला देहरादून के सहसपुर ब्लॉक स्थित राजकीय जूनियर हाईस्कूल का सामने आया। शुक्रवार को एक वायरल हुए वीडियो में संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षिका के बीच विवाद दिखाया गया। बहस इतनी बढ़ी कि भरे स्कूल में खुलेआम दोनों के बीच जूतम पैजार हो गई। हालात इस कदर बिगड़े कि स्कूल की अन्य शिक्षिकाएं भी मौके पर पहुंचकर मामले को संभालने की कोशिश करने लगी।
करीब छह मिनट का है वीडियो
पांच मिनट पैंतालीस सैकेंड की इस वीडियो में पहले बहस, फिर अभद्र भाषा, फिर हाथापाई और आखिर में चप्पल चलने तक के सीन कैद हैं। इतना ही नहीं आखिर तक हालात इस कदर खराब हुए कि संबंधित प्रधानार्चा बेहोश तक हो गए। इसके बाद वीडियो समाप्त हो गया। इस पूरे ड्रामे का पता तब चला जब एक शिक्षिका ने इस पूरी घटना को अपने मोबाइल में कैद किया। जो शुक्रवार को सोशल मीडिया के जरिए वायरल कर दिया गया।
क्या था मामला
दरअसल, राजकीय जूनियर हाईस्कूल तेलूपरा सहसपुर का मॉडल स्कूल है। यहां दिनेश नेगी प्रधानाचार्य पद पर तैनात हैं। घटना के मुख्य किरदार और स्कूल के प्रधानाचार्य दिनेश नेगी से जब वायरल हुए वीडियो के बार में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि दो माह पहले साथ ही के प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका आभा शर्मा और पवन बिंद्रू के आपस में किसी बात पर विवाद हुआ। जिसके बाद यह घटना घटित हुई। उन्होंने विद्यालय की ही अन्य शिक्षिका ममता रावत पर पूरे मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया। बताया कि शिक्षिका ममता रावत के साथ विवाद चल रहा है। विवाद के चलते कई बार आरटीआई और अन्य माध्यमों से वे उन्हें परेशान करने का काम कर रही थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षिका मॉडल स्कूल में पढ़ाने के योग्य भी नहीं थी, लेकिन अपने रसूख और आला संबंधों के दम पर उन्होंने यहां तैनाती बरकरार रखी। इसकी शिकायत भी शिक्षा विभाग के अधिकारी को उनके द्वारा दी गई। उन्होंने कहा कि इसी विवाद के चलते उन्हें निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि वायरल हुए वीडियो और शिक्षिका द्वारा मारपीट के संबंध भी उन्होंने विभाग को शिकायत कर दी गई है।
विभाग कराएगा मामले की जांच
वीडियो के मामले के बाद शिक्षा जगत से जुड़े लोग सकते में हैंं। राजकीय इंटर कॉलेज सेलाकुई के शिक्षक पवन शर्मा ने एक मॉडल स्कूल में इस प्रकार की घटना को शर्मनाक बताया। मामले में जिला शिक्षा अधिकारी हेमलता भट्ट ने कहा कि उन्होंने अभी तक वीडियो नहीं देखा है। लेकिन यदि ऐसा हुआ है तो यह गंभीर मुद्दा है। उन्होंने बताया कि वीडियो प्रकरण में उपशिक्षा अधिकारी आकांक्षा भट्ट को जांच कर शनिवार तक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।