(गोपेश्वर) चमोली जिले के विकास खंड घाट के सुदुरवर्ती गांव बुरा के ग्रामीणों को यदि बैंक में खाता खोलन हो तो दो से तीन हजार रुपये तक खर्च करने होते है। उसके बाद भी समय से खाता खुल गया तो यह बडी बात है।
विकास खंड घाट का बुरा न्याय पंचायत क्षेत्र में 11 ग्राम पंचायतें शामिल है। जहां पर अभी तक बैंकिंग की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों को यदि बैंक में खाता खोलना हो तो उसके लिए एक तरफ का किराया 110 रुपये देकर आना होता है। यदि उसी दिन खाता न खुला तो बाजार में ही होटल में रहना होता है। ऐसे में उनके तीन से चार दिन लग जाते है। और दो से तीन हजार रुपये तक खर्च हो जाते है। इस क्षेत्र में नगदी फसल रामदाना, राजमा, आलू बेहद मात्रा में पैदावार होती है। काश्तकार अपनी फसल को बेचने के लिए भी घाट बाजार में ही आते है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनके क्षेत्र में बैंकिंग की व्यवस्था हो व्यापारी गांव में आकर ही उनकी नगदी फसलों को खरीदते और उन्हें अच्छे दाम मिल जाते लेकिन व्यापारी अधिक पैसा लेकर गांव तक नहीं आते ऐसे में ग्रामीणों को अपनी फसल लेकर बाजार तक स्वयं ही आना पडता है। जहां उन्हें औने पौने दामों में बेचना पडता हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने एक ज्ञापन गुरुवार को सीएम को भेजा है जिसमें बुरा न्याय पंचायत क्षेत्र में ग्रामीण बैंक अथवा राष्ट्रीयकृत बैंक खोले जाने की मांग की है। ज्ञापन में किसान सभा के अध्यक्ष कुंवर राम, जनवादी नौजवान सभा के कमलेश गौड, ज्ञानेंद्र खंतवाल, मोहन सिंह रावत आदि के हस्ताक्षर हैं।