अब पहाड़ी मिठाईयों के स्वाद सभी तक पहुंचाने के लिये हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट ने पहाड़ी अनाजों से तैयार मिठाइयों ‘‘देवभोग स्वीट्स’’ की शुरुआत की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने भी ट्रस्ट की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के वोकल फाॅर लोकल एवं आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह सराहनीय पहल है। देवभूमि प्रसाद की सफलता के बाद अब देवभोग स्वीट्स की प्रगति की कहानी शुरू हो रही है। उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व आने वाला है। पर्वों में उत्तराखंड के अनाजों पर आधारित स्वास्थ्यवर्धक मिठाइयों की डिमांड तेजी से बढ़ेगी। उन्होंने जनता से पर्वों पर स्थानीय उत्पादों का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि स्वीट्स के लिए ऑनलाइन मार्केटिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए।
हिमालय देवभूमि संसाधन द्वारा उत्तराखंड के मंदिरों के लिए स्थानीय अनाजों पर आधारित प्रसाद बनाया जा रहा है। अब इसको और अधिक विस्तारित करते हुए उत्तराखंड के 12 स्वास्थ्य वर्धक अनाजों से मिठाइयां बनाई जा रही हैं। इस कार्य में हिमालय देवभूमि संसाधन के संस्थापक गोविन्द सिंह मेहर, महासचिव बीएस रावत एवं अंशुल गुप्ता के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा ये मिठाइयां और प्रसाद बनाया जा रहा है। देवभोग प्रसाद की मांग काफी तेजी से बढ़ी है। उत्तराखंड के स्थानीय अनाजों से जो मिठाइयां एवं प्रसाद बनाया जा रहा है, यह अनाज भी स्थानीय स्तर पर लोगों से खरीदा जा रहा है। इससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलने के साथ ही उच्च गुणवत्ता युक्त उत्पाद भी लोगों को मिल रहे हैं। इन मिठाइयों में जिन स्थानीय अनाजों का इस्तेमाल किया जा रहा है, उनमें मंडुआ, चौलाई, झंगोरा, कुट्टू का आटा, गहत, सोयाबीन और उड़द की दाल का प्रयोग किया जा रहा है।