गोपेश्वर। चमोली जिले में पहली बार थराली विधान सभा के उप चुनाव में ईवीएम के साथ ही वीवीपैट का प्रयोग भी किया जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर अगामी थराली विधानसभा उप चुनाव में ईवीएम के साथ वीवीपैट का प्रयोग किया जायेगा। वोटर वेरीफायबल पेपर आॅडिट ट्रेल यानी वीवीपैट व्यवस्था के तहत वोट डालने के तुरंत बाद कागज की एक पर्ची बनती है जो स्क्रीन पर सात सेकंड तक दिखती है। यह व्यवस्था इसलिए है कि किसी तरह का विवाद होने पर बाद में पर्ची का मिलान किया जा सके। थराली उप निर्वाचन प्रक्रिया में ईवीएम के साथ उपयोग होने वाली वीवीपैट मशीने जिले में पहुंच चुकी है।
जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष जोशी ने मंगलवार को स्ट्राॅग रूम में ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों का निरीक्षण करते हुए सभी मशीनों की एफएलसी प्रोसिस को पूरा करने तथा सभी मशीनों में आवश्यक साॅफ्टवेयर इनस्टाॅल करने के साथ ही मशीनों को पहले रेंडामाइजेशन के लिए तैयार करने के निर्देश दिये है। ईवीएम मशीनों का पहला रेंडामाइजेशन 09 मई को प्रस्तावित है। ईवीएम के स्ट्राॅग रूम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने बिना अनुमति के किसी को भी ईवीएम स्ट्राॅग रूम प्रवेश न करने के निर्देश सुरक्षा कार्मियों को दिये है। निरीक्षण के दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी मोहन सिंह बर्निया, नोडल अधिकारी ईवीएम डा. एमएस सजवाण आदि मौजूद थे।