ऋषिकेश,अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस इन नर्सिंग एजुकेशन एंड रिसर्च की ओर से ट्रेंड नर्सेस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहयोग से नवजात शिशु त्वचा देखभाल पर आधारित राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें राज्यभर से करीब 109 नर्सिंग ऑफिसर्स, एनएस, नर्सिंग ट्यूटर ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में टीएनएआई के विशेषज्ञों ने शिशुओं की बेहतर देखभाल पर व्याख्यानमाला प्रस्तुत की।
संस्थान के सेंटर ऑफ एक्सिलेंस इन नर्सिंग एजुकेशन एंड रिसर्च (कॉलेज ऑफ नर्सिंग )में आयोजित कार्यशाला का बतौर मुख्य अतिथि एम्स निदेशक पद्श्री प्रोफेसर रवि कांत ने विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर निदेशक प्रो. रवि कांत ने कहा कि, “राज्य में नवजात शिशुओं की मृत्युदर को कम करने के लिए इस तरह की कार्यशालाएं उपयोगी साबित होंगी।
निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने नर्सिंग को प्रोत्साहित करने के लिए नर्सिंग पाठ्यक्रम में जरुरी सुधार की आवश्यकता बताई।
टीएनएआई उत्तराखंड चैप्टर की अध्यक्ष ललिता बिष्ट, एसोसिएशन की सहायक महासचिव वतचला धीनाकरण ने नवजात शिशुओं का मूल्यांकन एवं देखभाल से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की।
हिमालय कॉलेज देहरादून की सहायक आचार्य राजकुमारी सिल्विया देवी ने नवजात शिशु की त्वचा के रुखेपन, पानी की कमी व इसमें इस्तेमाल होने वाले उत्पादों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
एम्स की सहायक आचार्य नर्सिंग मलार कोडी ने शिशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए निसंक्रामक और ऑस्टोमी की देखभाल के बारे में व्याख्यान दिया।