गोपेश्वर। जिले में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली और अचानक शुक्रवार को अपराह्न बाद तेज गरजना के साथ बारिश शुरू हो गई। जिससे वातावरण में भी ठंडक पैदा हो गयी है।
शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में हल्के बादल छाये थे। अपराह्न बाद अचानक से आसमान में बिजली कड़कनी शुरू हुई और के इसके साथ ही पहले औले पड़ने लगे और उसके बाद तेज बारिश शुरू हो गई। जिससे वातावरण भी ठंडा हो गया है। वहीं, पिछले तीन-चार दिनों से अचानक बदलते इस मौसम से कास्तकारों के चेहरे भी मुरझा गए है। इस सुदुरवर्ती जनपद में कई स्थानों पर अभी गेहुं की फसल खेतों खडी है जिसकी कटाई होनी है लेकिन इस बदलते मौसम के कारण कास्तकारों की फसल भी बर्बाद हो रही है। कास्तकार मोहन सिंह, रघुवीर सिंह, दीवानी राम आदि का कहना है कि जोशीमठ, दशोली, व घाट से दुरस्थ इलाको में अभी गेहूं की फसल खेतों में खडी है। वहीं कई स्थानों पर गेहूं को काट कर उसके रखा गया है ताकि धूप खिलने पर उसकी मंडाई की जा सके लेकिन मौसम की इस बैरूखी के कारण खेतों में और घरो के अंदर गेहूं की फसल बर्वाद हो रही है। वहीं औलावृष्टि से सेब, पुलम, आडू, खुमानी, नाशपति आदि को भी नुकसान हो रहा है।