परंपरागत तौर पर सर्दियों के मौसम को किसी भी पर्वतीय पर्यटन स्थल के लिए ‘ऑफ सीजन’ माना जाता है। बावजूद इसके कोरोना के विषम हालात के बीच पर्वतीय पर्यटननगरी सरोवरनगरी में इस वर्ष सर्दियों में भी सीजन ‘ऑन’ है। क्रिसमस के बाद से लगातार सैलानियों की रौनक बनी हुई है।
फ्लैट्स मैदान स्थित मुख्य कार पार्क्रिंग कमोबेश क्रिसमस के बाद से भरी हुई है। यही हाल अन्य पार्किंगों का भी है। जितने वाहन पार्किंग से निकल रहे हैं, उससे अधिक पार्किंग में खड़े होने का इंतजार करते हैं। होटलों में भी ठीक-ठाक संख्या में सैलानी ठहर रहे हैं। विश्व प्रसिद्ध नैनी झील में नौकाओं और माल रोड पर सैलानियों का मेला नजर आ रहा है।
नगर के निकटवर्ती बाहरी पर्यटन स्थलों, हिमालयन दर्शन, लवर्स प्वॉइंट, लेक व्यू प्वॉइंट, नैनीताल जू और केव गार्डन आदि स्थानों पर भी सैलानियों की अच्छी संख्या देखी जा रही है। लैंड्स इंड, टिफिन टॉप, स्नो व्यू, नैना पीक और कैमल्स व्यू की चोटियों पर भी सैलानी पहुंच रहे हैं। इससे कोरोना काल में अपनी आजीविका खोने वाले स्थानीय छोटे-बड़े पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे पर रौनक है।
नैनीताल चिड़ियाघर के वन क्षेत्राधिकारी अजय रावत ने बताया रविवार को 1402 सैलानी वन्य जीवों का दीदार करने पहुंचे। सप्ताह के बीच के दिनों में औसतन 400-500 सैलानियों की आमद बनी हुई है। यही स्थिति अन्य पर्यटन स्थलों व उपक्रमों में भी है। इसका कारण कोरोना काल में घरों में फंसे लोगों का ‘रिफ्रेश’ होने के लिए पहाड़ों की सैर पर आना और यहां सर्दियों में भी मैदानी क्षेत्रों के मुकाबले बेहतर मौसम होना बताया जा रहा है।