चमोली जिले के दशोली ब्लॉक की देवलधार ग्राम पंचायत की महिलाओं ने गांव में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी है। महिलाओं ने मंगलवार को गांव में आयोजित बैठक में प्रस्ताव पास कर सामाजिक कार्यों में शराब परोसने वाले परिवार पर 10 हजार रुपये का जुर्माना वसूलने और सामाजिक बहिष्कार करने का निर्णय किया।
कहा-सामाजिक कार्यों में शराब परोसने वाले परिवार पर होगा 10 हजार रुपये का जुर्माना
ग्राम प्रधान गीता देवी और महिला मंगल दल अध्यक्ष लक्ष्मी सती का कहना है कि शराब समाज की सामाजिक बुराई बन गई है। शराब के चलन से ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले सामाजिक कार्यक्रमों से महिलाएं और अन्य लोग दूरी बना रहे हैं। इससे गांवों का सामाजिक स्वरूप बिगड़ रहा हैं। शादी व अन्य कार्यों में शराब परोसने से युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। इसलिए यह फैसला किया गया। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मी बिष्ट, जयंती देवी, सुशील डिमरी आदि मौजूद रहीं।
गौरतलब है कि शराब बंदी और अन्य सामाजिक सारोकारों के मुद्दों को लेकर उत्तराखंड की नारी शक्ति लंबे समये से सक्रिया रही है। चाहे वो चिपको आंदोलन हो या राज्य के अलग अलग इलाकों में शराब बंदी को लेकर चलने वाली मुहिम, राज्य की नारी शक्ति ने न केवल इन आंदोलनों का नेतृत्व किया है बल्कि इन्हे लंबे समय तक जीवित भी रखा है।