Women’s Day Special: नारी शक्ति की मिसाल बनीं यह महिलाएं

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जब हम ये स्लोगन सुनते हैं ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ तो कहीं न कहीं हम ये मान लेते हैं कि हमारे देश की बेटी कमज़ोर है,लेकिन दूसरी ओर हमारे देश में कुछ ऐसी महिलाएं हैं जो चीख चीख कर नारी शक्ति का प्रदर्शन कर रहीं है। इस बात को झुटलाया नहीं जा सकता कि महिलाओ को सिर्फ मर्दों की हैवानियत से ही नहीं, उन औरतों से भी बचाना हैं जो औरतों की ही दुश्मन होती हैं। हमारे देश की लड़की एक आंख मारकर अगर लाखों करोड़ों के होश उड़ा सकती है तो अरुणिमा जैसी लड़की एक टांग से एवरेस्ट चढ़कर लाखों करोड़ों में जोश जगा सकती है।बीते दिनों कई महिलाएं अपने कारनामों से नारी शक्ति की मिसाल बनीं।

Arunima-Sinha

  1. अरुणिमा सिन्हा

राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबॉल खिलाड़ी, कुछ गुंडो ने चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया. इस हादसे में वो अपनी एक टांग गवा बैठी. इसके बावजूद हार न मानते हुए. गज़ब का आत्मविश्वास रखते हुए, दुनिया की सबसे बड़ी चोटी एवरेस्ट फतह कर नया इतिहास रचा. और इस कारनामें को अंजाम देने वाली पहली भारतीय महिला बनीं.. अरुणिमा के लिए ये सब यकीकन आसान नही था.

अरुणिमा- ‘ पैरों में रौड थी जब मैं स्पोसर्स और गाइडेंस ढूंढने निकली तो मुझे सबने पागल सनकी कहा…लेकिन हम तो अपने इरादों के पक्के थे.. जब आप अपनी कमज़ोरी को हथियार बनाते हैं तभी एक्सट्रा ऑडनरी कहलाते हैं

dr seema rao

  1. डॉ सीमा राव

भारत की पहली और एक मात्र महिला कमांडो. मिलिट्री मार्शल आर्ट में सीमा को ब्लैक बेल्ट हासिल है. जानकर ताज्जूब होगा कि इंडियन फोर्सस के हज़ारों लोगों को ट्रेन करने वाली सीमा को क्लोज़ क्वाटर बैटल में महारथ मिली है. इसके अलावा सीमा फायर फाइटर, फिल्म मेकर और लेखक भी हैं.

सीमा राव- मेरे पिता फ्रीडम फायटर थे बचपन से उनके कहानियां सुनी.तो सोचा मैं भी अपने देश के लिए कुछ करना चाहती हूं

avani chaturvedi

  1. अवनी चतुर्वेदी

पिछले महिने 24 साल की अवनी चतुर्वेदी ने भारतीय वायु सेना की पायलेट बन नया इतिहास रचा. पहली बार एक महिला ने अकेले Mig-21 फाइटर प्लेन उड़ाया. रेवा, मध्यप्रदेश की अवनी को फोर्स में आने की प्रेरणा अपने भाई से मिली.

अवनी चतुर्वेदी-  फाइटर प्लेन को अकेले उड़ाने का एहसास अलग ही होता है. और इसमें बड़ा श्रेय जाता है हमारे बॉसेस को जिन्होंने हमारे बीच कोई भेदभाव नहीं किया.

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  1. मानुषि चिल्लर

2017 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीत कर न केवल अपने प्रदेश हरियाणा बल्कि पूरे भारत का नाम रोशन किया.. 20 साल की मानुषि चिल्लर से जब सवाल किया कि किस शख्स को सबसे ज़्यादा वेतन मिलना चाहिए तो उन्होने कहा मां जो सबसे अहम स्थान रखती है. इस जवाब को पूरे संसार ने सराहा. और दुनिया में सबसे खूबसूरत का ताज उन्हें दिला दिया

indian women cricket team

5.भारतीय महिला क्रिकेट टीम

2017 में आईसीसी वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी जगह बनाकर खोचड़ी करने वालों के दांत खट्टे कर दिये. पूनम राउत, मिताली राज, हरमनप्रीत कौर,झूलन गोस्वामी और दीप्ती शर्मा वो नाम हैं जो मैच दर मैच टीम का गौरव बढ़ा रहीं है.