केदारनाथ धाम की यात्रा को पुनः संचालित करने के लिए सोनप्रयाग में बाधित सड़क मार्ग को खोलने के लिए विषम परिस्थितियों में तत्परता से कार्य हो रहा है। वहीं केदारनाथ धाम से छोटी लिनचोली तक क्षतिग्रस्त पैदल यात्रा मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारू कर दिया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्रखंड के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी की ओर से दिए गए निर्देशों के क्रम में सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त डेढ़ मीटर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मरम्मत का काम चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने के लिए पोकलैंड मशीन के माध्यम से कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही सोनप्रयाग पुल के पास जो सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी, उसका पुश्ता निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
अधिशासी अभियंता डीडीएमए विनय झिंक्वाण ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गया है। लगभग 15 स्थान ऐसे हैं, जहां पैदल सड़क मार्ग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को दुरुस्त करने के लिए मजदूरों की ओर से विषम कठिन परिस्थितियों में मरम्मत और निर्माण कार्य निरंतर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम से छोटी लिनचोली तक क्षतिग्रस्त पैदल यात्रा मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारू कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मजदूरों की ओर से क्षतिग्रस्त केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को खोलने के लिए कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है। मौसम साथ नहीं देने के कारण मजदूरों की सुरक्षा के दृष्टिगत कार्य निरंतर नहीं हो पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विगत दिनों केदारघाटी में 31 जुलाई को आपदा के बाद हुए नुकसान और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्ग एवं पैदल यात्रा मार्ग में अवरुद्ध यात्रा मार्ग को तत्परता से दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे।