लगातार हो रही केदारनाथ में बर्फवारी से पुनर्निर्माण कार्यों में दिक्कतें आने के बाद जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने केदार धाम पहुंच कर पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मंदिर परिसर से सर्किल प्वांइट तक बने से पैदल मार्ग को जल्द से जल्द तैयार करने के लिए लोनिवि को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि पैदल मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द किया जाय, इसके लिए लेबरों की संख्या बढाई जाय और सोमवार को 80 मजदूर केदारनाथ पहुंचा दिये गए हैं। उन्होंने उप जिलाधिकारी उखीमठ को निर्देशित किया कि वह एक सप्ताह तक केदारनाथ में ही डटे रहें।
दरअसल, केदारनाथ धाम में बर्फवारी के बाद पुनर्निर्माण कार्यों में दिक्कतें आने लगी। ऐसे में कार्यों को गति देने के लिए खुद जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल धाम पहुंचे। उन्होंने केदारनाथ में मंदिर परिसर से लेकर सर्किल प्वांइट तक पैदल रास्ते के निर्माण का जायजा लिया। केदारनाथ में पिछलों दिनों हुई बर्फवारी के बाद अब स्थिति सामान्य है और इसी को देखते हुए निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिए गए है। सबसे पहली प्राथमिकता पैदल मार्ग निर्माण की है और उस पर अभी तक पचास के लगभग मजदूर कार्य कर रहे हैं, लेकिन आवश्यकतानुसार सोमवार को 80 मजदूर और बुलाए गए हैं, जिसके बाद कार्य में तेजी आएगी। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने नेहरू पर्वतारोण संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रोटेक्शन वाल निर्माण कार्य का भी जायजा लिया।
निम के अधिकारियों ने अवगत कराया कि बर्फवारी होने के चलते अभी सीमेंट का कार्य होना मुश्किल है और जैसे ही मौसम अनुकूल होगा तत्काल ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने निम की टीम को निर्देशित किया कि समय रहते प्रोटेक्शन वाल का निर्माण किया जाय, ताकि अन्य कार्य भी आगामी यात्राकाल शुरू होने से पहले पूर्ण किए जाए। वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने मजदूरों के रहने और खाने की व्यवस्था का भी जायजा लिया, उन्होंने कहा कि मजदूरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाय और हर जरूरमंद सुविधाएं मुहैया कराई जाऐगी।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर केदारनाथ से लिनचैली के बीच कई जगहों बर्फवारी से चलते अवाजाही में दिक्कतें आ रही है। सोमवार से मार्ग से बर्फ हटाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा, ताकि आवाजाही में सुगमता हो सके। उन्होंने कहा कि पुर्ननिर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरे हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और आगामी यात्राकाल शुरू तक हर व्यवस्थाएं चाक चैबंद होंगी।