परमार्थ निकेतन में मनाया गया विश्व जल दिवस

    कहने को तो इस धरती में 70 प्रतिशत पानी मौजूद है लेकिन जब बात साफ़ पीने लायक पानी की होती है तो ये प्रतिशत घटकर 2 या 3 पर  आ जाता है। इसी कड़ी में लोगों और स्कूली बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में वर्ल्ड वाटर डे मनाया गया जिसमें बच्चों और महिलायों को स्वच्छता के बारे में बताया गया।

    कहते है पानी बिना हमारा कोई अस्तित्व नहीं है, इसलिए पानी के संग्रक्षण और इसको प्रदुषण मुक्त करने के लिए समय समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। वर्ल्ड वाटर डे के मौके पर ऋषीकेश के परमार्थ निकेतन में वाटर संग्रक्षण और सुद्धता के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अलग-अलग स्कूल से आये बच्चों ने हिस्सा लिया और नदियों को प्रदुषण मुक्त करने का प्रण लिया।

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    इस मौके पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि ने गंगा को साफ़ रखने की अपील की, उन्होंने बताया कि सिर्फ आज के लिए ये सोच जरुरी नहीं है बल्कि हमें रोजाना इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है। गंगा जैसी पवित्र नदी को मैला न किया जाये।लगातार मैली होती गंगा को रोकने के लिए भले ही सरकार करोड़ों खर्च कर रही जो लेकिन अभी तक परिणाम देखने को नहीं मिला है ऐसे में जान जागरूकता ही सबसे अहम कदम माना जा सकता है।

    स्वाधी भगवती का कहना है कि गंगा बेहद पावन नदी है इसके संग्रक्षण के लिए हर किसी को आगे आने की जरूरत है तभी जा कर हम इस पवित्र नदी की स्वच्छता को बचा सकेंगे। साफ़ और पीने लायक पानी की सबसे ज्यादा जरूरत हम इंसानों को ही होती है लेकिन हम ही इसकी कदर नहीं करते ऐसे में सवाल ये उठता है कि आने वाले समय में क्या हमको स्वत्छ पानी मिल पायेगा, इसके लिए हमे आज से ही इस और ध्यान देने की जरूरत है।