उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक लगातार तीसरे दिन मंगलवार को भी बारिश जारी है। बारिश के चलते चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख, तवाघाट-सोबला और सोबला-दर-तिदांग सड़क कई दिनों से बंद है। इसके अलावा गंगोत्री हाइवे पर मलबा आने मार्ग प्रभावित है। कार्यदायी संस्थाएं सड़कों को खालेने में जुटी हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने आज के लिए ऑरेंज और 17 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। चेतावनी को लेकर आपदा विभाग और जिला प्रशासन राज्यभर में एहतियात बरत रहा है।
मंगलवार सुबह से ही गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों के अधिकतर स्थानों पर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में नैनीताल,पौड़ी और पिथौरागढ़ जैसे पर्वतीय जिलों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना के साथ ही कई इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है। विभाग ने संवेदनशील स्थानों में भूस्खलन, चट्टान खिसकने व सड़क मार्ग अवरुद्ध होने की चेतावनी देते हुए यात्रा के समय भरपूर एहतियात बरतने की सलाह दी है। संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी मशीनों को तैनात रखने के भी निर्देश दिए गए हैं।
देहरादून में रात से बारिश हो रही है। मंगलवार दोपहर तक तेज बौछारें रुक-रुक कर गिरती रहीं। आसमान बादलों से घिरा हुआ है। दून में बारिश के चलते कुछ इलाकों में जलभराव है। स्मार्ट सिटी योजना के लिए जहां खुदाई हुई है, वहां आवागमन में दिक्कत आ रही है। बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। राज्य का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
राज्य के लगभग सभी नदी-नाले उफान पर हैं।तवाघाट-लिपुलेख, तवाघाट-सोबला और सोबला-दर-तिदांग सड़क कई दिनों से बंद है। सड़कों पर मलबा आने से आवागमन बाधित है। टिहरी,मसूरी,नैनीताल, पिथौरागढ़,चमोली और उत्तरकाशी में बारिश से तमाम मार्ग बाधित है।
मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि राज्यभर में गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। 17 जुलाई के बाद भी बारिश हो सकती है। 14 जुलाई को टिहरी, देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश हो सकती है। 15 और 16 जुलाई को टिहरी, पौड़ी, नैनीताल व चम्पावत जिलों में आकाशीय बिजली के साथ भारी बारिश के आसार हैं। 17 जुलाई को नैनीताल, बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ जिले में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी वर्षा की संभावना है।