तो अब यमुनोत्री के घोड़े-खच्चर भी पहनेंगे डायपर

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आपको यह सुनकर हैरानी जरुर  होगी कि चारधाम यात्रा के पहले पड़ाव यमुनोत्री धाम में पैदल मार्ग पर चलने वाले घोड़े खच्चरों को जिला प्रशासन डायपर पहनाने की तैयारी कर रहा है । प्रशासन ने पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चरों के मल मूत्र से फैलने वाली गंदगी को देखते हुए यह फैसला लिया है।

गौरतलब है कि यमनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव जानकी चट्टी से धाम की दूरी पांच किलोमीटर है । जहाँ पहुँचने के लिए पैदल यात्रा , डंडी कंडी और घोड़े खच्चरों का सहारा यात्रियों को लेना पड़ता है । यात्रियों और घोड़े खच्चरों के चलने के लिए यहां एक ही पैदल रास्ता है, जो बेहद संकरा है। सामान और यात्रियों को ले जाते समय घोड़े खच्चर जगह-जगह मल मूत्र करते हैं, जिससे पैदल चल रहे यात्रियों को गंदगी के कारण असुविधा का सामना करना पड़ता है।

घोड़े खच्चरों से फैलने वाली गंदगी को रोकने के लिए अब जिला प्रशासन यमुनोत्री पैदल रास्ते पर चलने वाले घोड़े खच्चरों को डाइपर पहनाने जा रहा है। यात्रा के पीक समय पर यहाँ करीब सौ से ज्यादा घोड़े खच्चर चलते हैं । साथ ही दर्जनों डंडी-कंडी ले जाने वाले मजदूर भी इसी रास्ते से चलते हैं।

ऐसे में गंदगी निपटने के लिए घोड़े- खच्चरों को बैग नुमा कपड़े के बने डाइपर पहनाए जाने की कवायद शरू की जा चुकी है । डीएम उत्तरकाशी डॉक्टर आशीष कुमार ने बताया कि घोड़े, खच्चरों को डाइपर पहनाए जाएंगे, जिससे पैदल चल रहे यात्रियों को गंदगी के कारण परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। वहीं मंदिर समिति के उपाध्यक्ष रावल पवन प्रकाश उनियाल ने बताया कि जिला प्रशासन का यह कदम सराहनीय है। मंदिर समिति की ओर से भी इस काम के लिए यथा संभव मदद की जाएगी ।