मार्ग बाधित होने से रोकी गई यमुनोत्री धाम की यात्रा के फिलहाल 7 दिन तक खुलने के आसार नहीं है। ऋषि गंगा (भडेली गदेरे) के पास भारी मलबा आने से यमुनोत्री पैदल मार्ग बंद है। मौके का जायजा लेने के बाद बडकोट के उप जिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने 350 मीटर लंबा वैकल्पिक मार्ग तैयार करने के निर्देश लोनिवि बडकोट के अधिशासी अभियंता को दिए गए हैं। इसमें एक सप्ताह का समय लग सकता है। तब तक यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू नहीं होगी।
उल्लेखनीय है शुक्रवार सुबह यमुनोत्री धाम से साढ़े तीन किलोमीटर पहले ऋषि गंगा के पास भारी भूस्खलन हुआ है। इससे रास्ता बंद होने के साथ यात्री शेड भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इस भूस्खलन से पेयजल और बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है। शनिवार को उप जिलाधिकारी चतर सिंह चौहान, लोनिवि के अधिकारी और तीर्थ पुरोहित भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उप जिलाधिकारी चतर सिंह का कहना है कि यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर आए मलबे को हटाना संभव नहीं है। इसलिए वैकल्पिक रास्ता तैयार किया जा रहा है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता ने बताया कि वैकल्पिक रास्ता और एक पुलिया
एक सप्ताह में तैयार होगी। फिर आगे वैकल्पिक रास्ते को ही स्थाई रास्ता बनाया जाएगा।
उधर, भूस्खलन का मलबा ऋषि गंगा में जमा हो गया है, जिससे भविष्य में वहां झील बनने की आशंका हैं। अगर ऐसा हुआ तो जानकी चट्टी सहित आगे की बस्तियों को खतरा हो सकता है। उप जिलाधिकारी चतर सिंह का कहना है कि ऋषि गंगा में पानी की निकासी हो रही है। अभी झील बनने के आसार नहीं है।