जिला पंचायत जुटा यमुनोत्री की यात्रा व्यवस्थाओं में, 26 को खुलेगें कपाट

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यमुनोत्री
विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट अपने तय शुभ मुहूर्त पर अक्षय तृतीया को पौराणिक परंपरा के अनुसार 26 अप्रैल को दोपहर 12:41 बजे खुलेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने तीर्थ धाम की व्यवस्थाओं के लिए कर्मियों को दुरुस्त करने के निर्देश दिये हैं।
मंदिर की रंगाई-पुताई का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है
यमुनोत्री स्थान की व्यवस्थाएं जिला पंचायत उत्तरकाशी करती है लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सरकार भी चार धाम यात्रा को लेकर सस्पेंस में थी । अब आनन-फानन में सरकार ने निर्णय लिया है कि गंगोत्री -यमुनोत्री के कपाट निर्धारित समय पर ही खोल दिए जाएंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया है कि यमुनोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर कि जिला पंचायत ने पूरी तरह से कमर कस ली है। मंदिर की रंगाई -पुताई का काम जारी है।  कपाट उद्घाटन से पूर्व कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री के लिए जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक 5 किलोमीटर पैदल मार्ग की साफ सफाई का कार्य भी जोरों पर है। उस दिन दोपहर 12:41 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत पूजा अर्चना के बाद दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर शीतकाल के लिए छह माह तक बंद कर दिए जाते हैं तथा शीतकाल में छह माह के लिए मां यमुना अपने शीतकालीन प्रवास खुशीमठ में विराजमान रहती हैं। परंपरानुसार अक्षय तृतीया के पर्व पर शुभ मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाते हैं तथा 6 माह तक ग्रीष्म काल में मां यमुना यमुनोत्री धाम में विराजती हैं तथा यहीं पर मां यमुना की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु यहां पर मां यमुना के दर्शन करने पहुंचते हैं। यमुनोत्री मंदिर के सचिव कृतेश्वर उनियाल का कहना है कि यमुनोत्री धाम के कपाट तय मुहूर्त में ही खोले जाएंगे। हालांकि कपाट खोलने के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित नहीं की जाएगी ।
यमुनोत्री स्थान की व्यवस्थाएं जिला पंचायत उत्तरकाशी करती है लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सरकार भी चार धाम यात्रा को लेकर सस्पेंस में थी । अब आनन-फानन में सरकार ने निर्णय लिया है कि गंगोत्री -यमुनोत्री के कपाट निर्धारित समय पर ही खोल दिए जाएंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया है कि यमुनोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर कि जिला पंचायत ने पूरी तरह से कमर कस ली है। मंदिर की रंगाई -पुताई का काम जारी है।  कपाट उद्घाटन से पूर्व कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री के लिए जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक 5 किलोमीटर पैदल मार्ग की साफ सफाई का कार्य भी जोरों पर है। उस दिन दोपहर 12:41 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत पूजा अर्चना के बाद दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर शीतकाल के लिए छह माह तक बंद कर दिए जाते हैं तथा शीतकाल में छह माह के लिए मां यमुना अपने शीतकालीन प्रवास खुशीमठ में विराजमान रहती हैं। परंपरानुसार अक्षय तृतीया के पर्व पर शुभ मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाते हैं तथा 6 माह तक ग्रीष्म काल में मां यमुना यमुनोत्री धाम में विराजती हैं तथा यहीं पर मां यमुना की पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु यहां पर मां यमुना के दर्शन करने पहुंचते हैं। यमुनोत्री मंदिर के सचिव कृतेश्वर उनियाल का कहना है कि यमुनोत्री धाम के कपाट तय मुहूर्त में ही खोले जाएंगे। हालांकि कपाट खोलने के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित नहीं की जाएगी ।