उत्तराखंड के चारों धामों की यात्रा को हाईकोर्ट के दिशा-निर्देशन में प्रारंभ किए जाने के बाद अब धामों के कपाट बंद होने का काउंटडाउन शुरू होते ही यात्रा ने गति पकड़ ली है। शुक्रवार को ऋषिकेश चारधाम बस टर्मिनल एवं हरिद्वार बस अड्डे से प्रात: तीर्थ यात्रियों ने चारधाम के लिए बड़ी संख्या में प्रस्थान किया है।
ऋषिकेश में विभिन्न विभागों के साथ देवस्थानम बोर्ड एवं यात्रा प्रशासन सहित पुलिस, चिकित्सा- स्वास्थ्य, परिवहन, पर्यटन, नगर निगम, संयुक्त रोटेशन के हेल्प डेस्क यात्रियों की सहायता एवं मार्गदर्शन कर रहे हैं। यात्रियों की सुविधा व उनके मार्गदर्शन के लिए पुलिस द्वारा बस टर्मिनल पर लाउडस्पीकर से भी उद्घोषणा की जा रही है। ऋषिकेश बस टर्मिनल पर आरटीपीसीआर केंद्र से तीर्थयात्रियों की निशुल्क कोविड जांंच भी की जा रही है। वहीं श्री बदरीनाथ धाम के लिए सड़क मार्ग सुचारू रूप से खोल दिया गया है। सुबह से तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ दर्शन को जा रहे हैं। केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री के लिए भी यात्रा जारी है। केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ बताया कि अभी तक दो लाख से अधिक तीर्थयात्री चारधाम पहुंच गये हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर, केदारनाथ धाम एवं यमुनोत्री धाम के कपाट 6 नवंबर, गंगोत्री धाम के कपाट 5 नवंबर को बंद हो जाएगे। तृतीय केदार श्री तुंगनाथ के 30 अक्टूबर एवं द्वितीय केदार भगवान श्री मद्महेश्वर के कपाट 22 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएगे। उन्होंने यह भी बताया कि मद्महेश्वर मेला 25 नवंबर को आयोजित होगा।