नई दिल्ली, इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। इस साल भारत में दिखने वाला यह पहला और लम्बी अवधि का सूर्य ग्रहण है।
इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को भी सूर्यग्रहण लगा था। लेकिन वह आंशिक सूर्यग्रहण था। आज का सूर्य ग्रहण सम्पूर्ण भारत में दिखाई देगा। कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों में इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण खंडग्रास वलयाकार ग्रहण है। पंचांग की गणना बताती है कि करीब 58 साल बाद लगे इस सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 36 मिनट होगी। वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि इस ग्रहण को सीधी आंखों से देखने से बचें।
ये सूर्य ग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में लगा है। इसलिए व्यक्तिगत रूप से धनु राशि और मूल नक्षत्र में जन्मे लोगों पर इस ग्रहण का विशेष प्रभाव पड़ेगा। इसलिए धनु राशि के लोगों को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए। भारतीय समय अनुसार आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह आठ बजकर चार मिनट से शुरू हुआ और नौ बजकर 24 मिनट से चंद्रमा सूर्य के किनारे को ढंकना शुरू करेगा। दस बजकर 55 मिनट तक यह सूर्य ग्रहण रहेगा। हालांकि दुनिया के अन्य देशों को मिलाकर एक बजकर 35 मिनट तक सूर्य ग्रहण की अवधि रहेगी।