हरिद्वार, भारत में योग अतीत से ही अमूल्य विरासत रही है। योग शरीर और मन, कार्य और विचार,संयम और संतुष्टि और मनुष्य के आचरण में अभूतपूर्व परिवर्तन लाता है। वहीं जल्द बोर्ड परीक्षाएं आने वाली हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं में अच्छे परिणाम के लिये तनाव बढ़ जाता है। तनाव की वजह से न केवल इसका असर परीक्षाओं पर पढ़ता है बल्कि यह कई तरह की परेशानियां भी पैदा करता है।
योगाचार्य डॉ. राधिका नागरथ ने छात्रों को तनाव दूर करने के लिए योग करने की सलाह सनातन धर्म इंटर कॉलेज कनखल हरिद्वार में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए दी।उनका कहना है कि छात्रों को योग करने से उनको परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी। हर रोज योग करने से शरीर के साथ साथ दिमाग भी संतुलित रहता है और मन भी एकाग्र हो जाता है जब छात्र परीक्षा को लेकर टेंशन में रहते हैं, उनकी सभी टेंशन दूर हो जाती है। अक्सर छात्र-छात्राओं को परीक्षा के वक्त हमेशा डर सताने लगता है कि अच्छे परिणाम आएंगे या नहीं। डर को दूर करने के लिए योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ की सलाह है कि यदि छात्र छात्राएं परीक्षाओं से पहले और परीक्षाओं के दौरान चित्त को शान्त करने के लिए प्राणायाम जरूर करे इसके साथ ही सूर्य नमस्कार भी करना चाहिए इससे हमारे दिमाग में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ का कहना है कि परीक्षा के वक्त छात्र काफी तनाव में होते हैं और इस तनाव को दूर करने के लिए योग से अच्छा कोई साधन नहीं है। योग एक ऐसी विद्या है जो हमारे को ऋषि मुनियों द्वारा दी गई है और जो भी इस पर सही तरीके से अमल करेगा उसके आस-पास कभी तनाव नहीं फटकेगा। योगाचार्य डॉक्टर राधिका ने कहा कि छात्रों को जंक फूड और फास्ट फूड खाने से बचना चाहिये।