नशे की जद में सरोवर नगरी की लड़कियां

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स्मैक नैनीताल के लड़कों को बर्बाद तो कर ही रहा था अब लड़कियां भी इसके चपेट में आ गई हैं। पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि नामी संस्थानों में पढ़ रही छात्राएं नशा कर रही हैं। स्मैक लिए हर रोज 300 रुपये की जरूरत के लिए वह कुछ भी करने का तैयार हो जाती हैं। डहरिया में एक महिला स्मैक सप्लाई का धंधा कर रही है, एक संस्थान की 15 फीसदी छात्राएं भी पुलिस के रडार पर हैं। हीरानगर पुलिस ने चार दिन पहले स्मैक पी रहे युवकों का पीछा किया था, उनके साथ एक लड़की पांच फीट ऊंची दीवार फांदकर चली गई थी।

पुलिस ने दूसरे दिन उसी लड़की को टेंपो में स्मैक पीते पकड़ लिया, उसके साथ दो किशोर भी थे। पूछताछ करने पर लड़की ने बताया कि वह 11वीं में पढ़ती है। एक दिन डहरिया की एक महिला ने उसे बुलाया और स्मैक देकर कहा कि थोड़ा लो, मजा आएगा। छात्रा के अनुसार पहली बार स्मैक पीने में काफी मजा आया, नींद भी अच्छी आई। इसके बाद उसकी स्मैक पीने वाले किशोरों से दोस्ती हो गई। दो महीने में हालत ऐसी हो गई कि अब वह बिना चरस के नहीं रह सकती। छात्रा के अनुसार नशे की तलब होने पर शरीर में टूटन होने लगती है, खाना अच्छा नहीं लगता है।

चौकी प्रभारी प्रताप सिंह नगरकोटी ने बताया कि “छात्रा से पूछताछ के बाद कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है। एक निजी संस्थान की 15 फीसदी छात्राएं स्मैक की शिकार हो गई है। अन्य कॉलेजों की दो से चार लड़कियां भी नशा कर रही हैं। हाॅस्टल में रह रही छात्राएं भी नशे के शिकार युवकों के संपर्क में आई हैं।” एसएसपी जन्मेजय खंडूरी का कहना है कि, ‘नशे की शिकार लड़कियों को पकड़ने के लिए अधीनस्थों के साथ गोपनीय प्लान तैयार किया गया है। जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा।  उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से बरेली और किच्छा में स्मैक सप्लाई हो रही है। किच्छा से स्मैक नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में तस्कर स्मैक सप्लाई कर रहे हैं।’
नैनीताल पुलिस तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए अन्य जिलों से जानकारियां इकट्ठा कर रही है।  किच्छा से स्मैक सप्लाई होने की जानकारी मिलने पर एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने अभियान चलाया था। अभियान के दौरान कई तस्कर पकड़े गए लेकिन बड़े तस्कर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके। गिरफ्तार लोगों ने बताया कि बड़े तस्कर नशेड़ियों को लालच देकर स्मैक सप्लाई कराते हैं। पहले बरेली रोड पर बसों के माध्यम से स्मैक आती थी लेकिन पुलिस का शिकंजा कसने पर तस्कर ट्रेन से स्मैक लाने लगे। ट्रेनों में पुलिस की चेकिंग बढ़ने पर तस्कर अब रामपुर रोड, कालाढूंगी रोड पर बसों के माध्यम से स्मैक सप्लाई कर रहे हैं। पुलिस ने नशेड़ियों को पकड़ने के साथ-साथ तस्करों पर शिकंजा कसने की रणनीति बनायी है।
एसएसपी का कहना है कि बड़े तस्करों को पकड़ने में पुलिस को कई बार असफलता हाथ लगी है लेकिन वे निराश नहीं है। इस मामले में समीपवर्ती जिलों के पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर तस्करों के खिलाफ जानकारियां इकट्ठा की जा रही है।