रोमांच का दूसरा नाम है मसूरी का जिपलाईन

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पहाड़ों की रानी मसूरी यूं तो पर्यटकों के बीच हमेशा से लोकप्रिय रही है लेकिन अब मसूरी युवाओं के लिए भी फेवरेट डेस्टिनेशन बन चुका है। युवा पर्यटकों के दिलों दिमाग में जगह बना चुका एडवेंचर अब उन्हें मसूरी की तरफ खींचता है। वर्तमान समय में यह हिल-स्टेशन धीरे-धीरे अपनी जगह एक हाॅलिडे डेस्टिनेशन के साथ-साथ एडवेंचर मैप में भी अपनी जगह बना चुका है। एडवेंचर के लिए मसूरी में साइकलिंग, रैपलिंग, क्वोड बाइक्स, रेंट पर मिलने वाले सी-वे और उसके साथ साथ अब एक और एडवेंचर.. ज़िप लाईन भी इस लिस्ट में जुड़ गया है।

मसूरी झील हमेशा पर्यटकों से लकदक रहने वाला मशहूर डेस्टिनेशन रहा है । ज़िपलाईन अपने टूरिस्ट को 600 मीटर तक लेकर जाता है। जिपलाईन सुबह 9 बजे से 7 बजे तक साल के 365 दिन चलता है, और बहुत बड़े ग्रुप के लिए इनके पास अलग-अलग आॅफर भी हैं। किसी भी दिन मसूरी की तरफ जाते हुए बहुत से पर्यटक लाईन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आ जाऐंगे। जिपलाईन एक सुरक्षित एडवेंचर हैं जिसमे पूरी बाॅडी हारनस दी जाती है, साथ में डबल लेयर ब्रेकिग सिस्टम है जिसमे गलती होने का चांस ना के बराबर है।

हमारा गाइड, देव हमें बताते है, ‘हम कुल 6 लोग हैं, जिन्होंने मार्च के महीने में क्रैश कोर्स किया था और 8 अप्रैल के बाद से व्यावसायिक रूप से काम कर रहे हैं। केवल 4 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग और 90 किग्रा से कम वजन के लोगों के लिए हम साहसिक पर वास्तविक एडवेंचर को महसूस करने के लिए उन्हें डाउन दि लाईन भेजते हैं।”

सुधांशु रावत, इस रोमांच के पीछे की बात बताते हैं , ‘इस प्लान को सफल बनाने में हमें एक साल 3 महीने लगे और आज इस मुकाम पर पहुचें है। सुधांशु कहते हैं कि “हमारे पास हर तरह के लोग जिप करने आते हैं, सबसे ज्यादा उम्र के आदमी जो हमारे साथ ज़िप गया था वह 75 साल के थे और सबसे कम उम्र का साढ़े 5 साल की लड़की थी। यह काफी दिलचस्प है कि पुरुषों की बजाय हमारे पास जिप के लिए अधिक महिलाएं आती हैं।”

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बातचीत के दौरान हम हैदराबाद की निलानजना सिंहरॉय ज़िपलाईन पर मिली, 10 साल की यह साहसी लङकी कहती है, ‘मुझे थोड़ा डर लग रहा है लेकिन फिर भी मैं उत्साहित है,  यह मेरा पहली बार जिपलाइन अनुभव है।’ दोबारा जब हम निलानजना से मसूरी झील पर नीचे मिले, जहां यह ज़िपलाईन समाप्त होती है, वह सबसे रोमांचित पल था और उसकी उपलब्धि लेने पर एक गर्व महसूस हो रहा था, क्योंकि यह हमेशा नहीं होता कि आप 600 मीटर पलक झपकते में तय कर ले।